पीआईबी जयपुर। कोरोना वायरस से बचाव के लिए केंद्र और राज्य सरकार, जिला प्रशासन और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग मिलकर भरसक प्रयास कर रहे हैं। इन विषम परिस्थितियों में इनका हाथ बंटाने के लिए कई सामाजिक संस्थाएं भी आगे आईं हैं। सबका एक ही प्रयास है कि कोरोना वायरस से मुक़ाबले में कोई कसर बाकी नही छोड़ी जाये। ऐसी कोशिशें पहले से ही किसी गंभीर बीमारी से झूझ रहे व्यक्ति द्वारा की जाएँ तो इसकी जितनी भी प्रशंसा की जाये कम है।
ऐसा की एक काम कर दिखाया है कोटा के एक मैकेनिकल इंजीनियर अतुल शर्मा ने। अतुल कैंसर जैसी गंभीर का मुक़ाबला कर रहे हैं। इसके बावजूद कोरोना संक्रमितों के लिए कुछ कर गुजरने का जज्बा उनमें जागा और इसे उन्हें साकार कर दिखाया। अपने पेशे की काबिलियत और अनुभव से उन्होंने एंटी कोरोना एक्रेलिक स्ट्रेचर का निर्माण किया है। ये स्ट्रेचर कोरोना के संक्रमण को रोकने में सहायक होंगे।
इस स्ट्रेचर को खासतौर पर कोविड से प्रभावित मरीजों के लिए ही तैयार किया गया है। इस एन्टी कोविड स्ट्रेचर के लिए अतुल शर्मा ने विशेष डिज़ाइन तैयार कर इसमें तीन फिल्टर लगाए हैं। यह फिल्टर्स रोगी के खांसते या छींकते वक्त उसके मूँह से निकलने वाले वायरस को फैलने से रोकेंगे। इससे आस-पास के लोगों को वायरस से संक्रमित होने का कोई खतरा नही रहेगा। साथ ही स्ट्रेचर में ऑक्सीजन की उपलब्धता बनाए रखने की व्यवस्था भी की गई है।
इन एन्टी कोरोना ऐक्रेलिक केबिन स्ट्रेचर का निर्माण कोटा में ही किया गया है। ये स्ट्रेचर अस्पतालों में कोविड मरीजों की सार-संभाल करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों के लिए बहुत उपयोगी साबित होंगे। ऐसे तीन स्ट्रेचर मेडिकल कॉलेज में उपयोग के लिए जिला कलैक्टर श्री ओम कसेरा को सौंपे गए हैं। सरकारी, गैर-सरकारी और निजी स्तर पर किए जा रहे ऐसे ही प्रयास हमें कोविड19 के खिलाफ लड़ी जा रही जंग में जीत दिलाने में मददगार साबित होंगे।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें