- रेलवे के रतलाम मंडल का मामला
- पीड़ित चेकिंग स्टाफ ने वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक को दी शिकायत
- टीटीई रेस्ट हॉउस में संचालित मैसर्स अन्नपूर्णा भोजनालय एवं टिफिन सेंटर के खिलाफ दी शिकायत
रेलवे में यात्रियों के टिकट की जांच करने वाले टीटीई एवं चेकिंग स्टाफ को रतलाम मंडल में भोजन के लिए दुगने दाम चुकाने पड़ रहे हैं। यहां टीटीई रेस्ट हाउस में संचालित भोजनालय व कैंटीन संचालक की ओर से निर्धारित दर से दोगुना राशि वसूली की जा रही है। जिससे चेकिंग स्टाफ को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पीड़ित चेकिंग स्टाफ में रतलाम मंडल में वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक को शिकायती पत्र लिखा है, जिसमें चेकिंग स्टाफ में भोजनालय एवं टिफिन सेंटर के खिलाफ शिकायत देकर भोजन निर्धारित दर पर उपलब्ध करवाने की मांग की है।
भारतीय रेलवे की यात्रा के दौरान कोई भी यात्री बिना टिकट की यात्रा नहीं करें, इसकी जांच के लिए प्रत्येक ट्रेन में टीटीई की ड्यूटी लगाई जाती है। यह ट्रेनों में सवार होकर एक जगह से दूसरी जगह जाते हैं और चलती ट्रेन में सभी यात्रियों के टिकटों की जांच करते हैं। इस दौरान बिना टिकट यात्रा करने वालों से वह निर्धारित मात्रा में जुर्माना वसूल कर रेलवे का राजस्व रोकते हैं और उसकी आय में बढ़ोतरी करते हैं। जब यह चेकिंग स्टाफ अपने निर्धारित स्टेशन तक पहुंच जाता है तो वहां इनके लिए रेस्ट हाउस बने होते हैं। जहां यह वापसी के सफ़र से पहले आराम करते हैं। इसके साथ ही इन रेस्ट रूम में रेलवे की ओर से निर्धारित राशि के अनुसार चेकिंग स्टाफ को रियायती दर पर भोजन उपलब्ध कराया जाता है लेकिन रतलाम मंडल के रेस्ट रूम में चेकिंग स्टाफ से भोजन के लिए निर्धारित राशि की बजाए दुगनी राशि वसूल की जा रही है।
रतलाम मंडल के रेस्ट हाउस में मैसर्स अन्नपूर्णा भोजनालय एवं टिफिन सेंटर की ओर से चेकिंग स्टाफ के लिए भोजन बनाया जाता है। यहां भोजन के लिए निर्धारित दर ₹5 है लेकिन यहां चेकिंग स्टाफ से भोजन के लिए ₹10 वसूले जा रहे हैं। वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक को दी अपनी शिकायत में चेकिंग स्टाफ ने लिखा है कि भोजनालय संचालित करने वाली महिला निर्धारित राशि से दुगनी राशि देने को कहती है। चेकिंग स्टाफ जब निर्धारित रकम देने की कहता है तो भोजनालय संचालिका सोयाबीन के तेल में खाना बनाने की बात करती है। चेकिंग स्टाफ ने कहा कि रेस्ट हाउस के भोजनालय में नियमानुसार सरसों के तेल में खाना बनाने की शर्त है लेकिन भोजनालय स्टाफ की ओर से उनसे अधिक राशि वसूल की जा रही है। चेकिंग स्टाफ में अपनी शिकायत में लिखा है कि ट्रेनों में चेकिंग के बाद जब वह रेस्ट हाउस जाते हैं तो वह खाना खाकर आराम करना चाहते हैं लेकिन खाना खाने के पहले ही अधिक राशि को लेकर उनका विवाद हो जाता है। इसलिए रेलवे चेकिंग स्टाफ की समस्या पर ध्यान दें और रेस्ट हाउस में खाना निर्धारित राशि के अनुसार दिलवाने की व्यवस्था करावे। चेकिंग स्टाफ ने तो अपनी शिकायत दे दी है अब देखने वाली बात होगी की रेलवे प्रबंधन चेकिंग स्टाफ की की समस्या को कब दूर करता है।
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