ऑल इंडिया एससी/एसटी रेलवे एंप्लाइज एसोसिएशन ने प्रमोशन में आरक्षण को खत्म करने की कवायद का किया जोरदार विरोध
- वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे एम्पलाईज यूनियन के महामन्त्री मुकेश गालव के पत्र का एससी एसटी एसोसिएशन ने खुलकर किया विरोध
- आरक्षण के खिलाफ प्रधान मुख्य कार्मिक अधिकारी ने लिखा पत्र!
आवाज टुडे न्यूज़ कोटा।
ऑल इंडिया एससी/एसटी रेलवे एंप्लाइज यूनियन ने प्रमोशन में आरक्षण को खत्म करने की कवायद का जोरदार विरोध किया है। जोनल उपाध्यक्ष मोहन सिंह, मण्डल अध्यक्ष एन. आर चौधरी एवं मण्डल सचिव अभयसिंह मीना ने विरोध करते हुऐ बताया की एम्पलाईज यूनियन के महामन्त्री मुकेश गालव ने जो पत्र लिखा है, उसकी ऑल इंडिया एससी/एसटी रेलवे एंप्लाइज यूनियन ने पुरजोर निंदा की है।
उन्होंने बताया कि हॉल ही में 20.07.2021 को प्रधान मुख्य कार्मिक अधिकारी जबलपुर ने प्रमोशन में आरक्षण को लेकर एक आदेश जारी किया था। उसके वाद प.म.रे में एससी एसटी कर्मचारियों के प्रमोशन में आरक्षण लगभग खत्म करने की नियत से इस प्रकार का पत्र जारी किया है। जिससे एससी/एसटी के कर्मचारी आरक्षण से वंचित किया जा सके। इसके साथ ही समान्य वर्ग की वरिष्ठता सूची में आने वाले एससी एसटी कर्मचारियों से पूरी हुई रिक्तियों को भविष्य में आने वाली रिक्तियों में समाहत् किया जाएगा। जिससे एससी एसटी कर्मचारीयों के साथ यह एक अन्याय पूर्ण कार्यवाही प्रतीत है।
ऑल इंड़िया एससी/एसटी एसोंसियेशन सबूत के तौर पर रेलवे एम्पलाईज यूनियन के पत्र सख्या wcreu/ktt/drm/reservation policy/2021/0072 दिनांक 14.07.2021 प्रस्तुत कर अवगत करा रही है। जिसके तहत पत्र लिखकर खुलकर आरक्षण पर कुठारा घात करा रहे है। प्रधान मुख्य कार्मिक अधिकारी के पत्र में समता आंदोलन का खुलकर जिक्र है जिसे ये लोग आप लोगो से चंदे का खुले तौर पर हजारों रुपए लेकर आपके ही खिलाफ इस्तेमाल कर रहे है।
एससी एसटी एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने सवाल उठाया है कि क्या प्रधान मुख्य कामिक अधिकारी प्रवीण कोठारी रेलवे बोर्ड और माननीय सुप्रीम कोर्ट से बड़े हो गये है?
उन्होंने आरोप लगाया कि यूनियन/संघ खुल कर एससी एसटी के आरक्षण के साथ छेड़खानी करा रहे है और कर रहे है।
एससी एसटी एसोसिएशन जोनल उपाध्यक्ष मोहन सिंह, मण्डल अध्यक्ष एन. आर चौधरी एवं मण्डल सचिव अभयसिंह मीना ने कहा है कि एससी एसटी वर्ग के जो कर्मचारी इनके पदाधिकारी है, उनके लिए यह एक बहुत बड़ा मौका है इनके चंगुल से निकलने का, अगर नही छोड़ पाए तो यह स्पष्ठ हो जाता है कि आप सिर्फ अपने निजी स्वार्थ के लिये इनके सगंठनों में शामिल है यह पूर्ण स्पष्ट होता है।
उन्होंने रेलवे एंप्लोई यूनियन में शामिल एससी एसटी वर्ग के कर्मचारी और पदाधिकारियों से कहा है कि अगर उनको रेलवे एम्पलाईज यूनियन पर विश्वास है तो इनसे से कहे की प्रधान मुख्य कार्मिक अधिकारी के पत्र का खुल कर विरोध करे और जारी किये गये आदेश को तत्काल वापस लेने हेतु धरना प्रदर्शन कराये।
एससी एसटी एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने चेतावनी देते हुए कहां की यदि उनकी जायज मांगो पूरा नहीं किया जाता है तो प.म.रे इम्पलाईज यूनियन/मजदूर संघ की सदस्यता देने वाले और लेने वालो को भी गद्दार समझना कोई गलत नही होगा।
एससी एसटी एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि जब ये लोग खुलकर आरक्षण के खिलाफ काम कर रहे है तो हमे खुलकर इसका विरोध करना चाहिए।
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