पदोन्नति के लिए फिर से मांगे सेवा मानचित्र, पूर्व में दिए गए सेवा मानचित्र पर नहीं हुई पदोन्नति की कोई कार्यवाही!
- परिचालक से सहायक यातायात निरीक्षक पर पदोन्नति का मामला
- कई परिचालक पहुंचे सेवानिवृत्ति के करीब लेकिन अब तक नहीं मिला पदोन्नति का लाभ
- रोडवेज प्रबंधन के फैसले से रोडवेज परिचालको में रोष
- परिचालकों ने की समय पर पदोन्नति देने की मांग
राजस्थान रोडवेज में परिचालक से सहायक यातायात निरीक्षक के पद पर पदोन्नति के लिए एक बार फिर से सेवा मानचित्र मांगे गए हैं। कर्मचारियों के माने तो परिचालकों के पदोन्नति के लिए सेवा मानचित्र आगार के मुख्य प्रबंधको के माध्यम से ही पूर्व में भिजवाए जा चुके हैं लेकिन उन पर ना तो कोई फैसला दिया गया और ना ही पदोन्नति दी गई। अब फिर से सेवा मानचित्र मांगे जाने से रोडवेज के परिचालको में रोष है। उन्होंने रोडवेज प्रबंधन पर मनमानी करने और समय पर पदोन्नति नहीं देने का आरोप लगाया है। परिचालकों ने सभी योग्यताएं पूरी करने वाले रोडवेज कर्मियों को नियमानुसार पदोन्नति देने की मांग की है।
रोडवेज कर्मियों के अनुसार राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम मुख्यालय जयपुर लोकेश कुमार सहल कार्यकारी निदेशक (यातायात) -क्रमांक-एफ-3/मुख्य/यातायात/पी-2/21/501- दिनाँक-5/7/2021 -द्वारा परिचालकों की अन्तिम वरिष्ठता सूची (1/4/2021) जारी करने के बाद तत्काल पंकज कुमार बंसल कार्यकारी प्रबंधक यातायात/संस्था, महोदय ने-क्रंमाक- एफ/मु/याता/संस्था/पी-2/21/507- दिंनाक, 6/7/2021, को परिचालकों से सहायक यातायात निरीक्षक के पद पर पदोन्नति हेतु सेवा मानचित्र (दो दिवस में-1/4/2021, अंतिम परिचालकों वरिष्ठता की स्थिति में भिजवाने के मुख्य प्रबंधकों को क्रंम संख्या-1, से 350, सामान्य वर्ग/एवं आरक्षित वर्ग- क्रंम संख्या, 1 से1200, तक के निर्देश दिए थे। उक्त दोनों वरिष्ठता सूची एवं सेवा मानचित्र के आदेश समस्त आगारौं के मुख्य प्रबंधकों को प्राप्त हो चुकें थें। रोडवेज कर्मियों के अनुसार इन दो दिवसीय आदेश को नजरअंदाज कर दिया था। मुख्यालय ने,क्रंमाक_ मुख्या/ कार्मिक/2- डी/2021/641/ दिंनाक- 12/7/2021- (अति आवश्यक) समस्त -मुख्यप्रंबधकौ को परिपत्र भिजवाया था। उक्त पत्र में स्पष्ट किया था की विलम्ब के लिए संबंधित परिचालक स्वयं उत्तरदायी होगें। ऐसे में (सेवा मानचित्र) भिजवा दिए गए थे। रोडवेज कर्मियों का आरोप है कि नियमानुसार कार्यवाही करने के बावजूद पदोन्नति तो नहीं दी और सेवा मानचित्र को ठंडे बस्ते में दफन कर दिया गया। परिचालकों ने आरोप लगाया है कि पदोन्नति (समय) पर नहीं देने के लिये कितने ताने बानें बनाया जा रहे हैं रोडवेज के इस खेल से कई कर्मचारी तो सेवानिवृत्त ही हो गए है।
रोडवेज परिचालक ने बताया कि दिंनाक- 2/11/2021-(56) परिचालकों को पदोन्नति सहायक यातायात निरिक्षक -2020- दी जा चुकी है। जिसमें (38- सेवा निवृत्ति हो चुके थें। परिचालकों ने आरोप लगाया कि अपनों को लाभ दिलाने के लिए पूर्व में बनाई गई सूची को रद्दी की टोकरी में डाल दिया गया। इसी प्रकार 1/3/2021- मार्च- में (51- परिचालकों को पदोन्नति दी गई थी। जिसमें-(40- सेवानिवृत्त हो चुकें थें-) लेकिन नियमों के तहत पदौन्निति के साथ ही ( स्थांतरण नीति नियमानुसार/सेवा निवृत- 20- दिन - महीने शेष रहनें पर भी स्थांतरण किये थे। इसमें भी कोटा संभाग के ही थे। रोडवेज कर्मियों की माने तो दिखाने के लिए इस बार मुख्यालय सही तरीके से पदोन्नति करने के लिए एक बार फिर वही पुराना राग अलाप रहा है। दिंनाक- 8/2/2022- को फिर आदेश संख्या/क्रमांक-एफ/मुं०/ याता/ पी-2/21/507- दिंनाक- 6/7 स्/2021एंव परिचालक वर्ग की पदौन्निति हेतु मानचित्र क्रंमाक- मुं०/ कार्मिक/2- डी-2021/641- दिनाँक-12/7/2021- दिनाँक 8/2//2022- आदेशक्रंमाक-एफ /मुं०/ याता/संस्था/पी-2/22/109- को पुन; फिर वही राग अलाप के तहत आगारों से मागें गए हैं।
अब देखने वाली बात होगी कि इस बार जारी होने वाली पदोन्नति सूची में सभी योग्यताएं पूरी करने वाले कोटा संभाग के परिचालको को नियमानुसार समय पर सहायक यातायात निरीक्षक बनने का सौभाग्य मिलता है या फिर पदोन्नति में फिर से कोई खेल देखने को मिलेगा। फिलहाल तो सभी नियमानुसार फिर से सेवा मानचित्र भेजने की तैयारी में जुट गए हैं परिचालकों ने शीघ्र ही पदोन्नति सूची जारी करने की मांग की है।
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