- नाग देवता की पूजा कर परिवार के लिए की मंगल कामना
- काल सर्प योग निवारण सहित निभाई गई कई धार्मिक परंपराएं
नाग पंचमी का पर्व मंगलवार को कोटा में पारंपरिक तरीके से मनाया गया। कोटडी नहर के पास स्थित नाग नागिन मंदिर में श्रद्धालु उमड़ पड़े। मंदिर में बड़ी संख्या में लोगों ने भगवान शिव के साथ ही नाग देवता की पूजा कर परिवार में सुख समुद्धि की कामना की। इस दौरान मंदिरों में श्रद्धा का सैलाब सा उमड़ता दिखा। मंदिर में कालसर्प दोष निवारण की पूजा करने सहित कई तरह की धार्मिक परंपराएं निभाई गई, वही शाम को मन्दिर में भगवान भोलेनाथ का नाग देवता के साथ मनमोहक श्रृंगार किया गया।
नाग पंचमी पर्व को लेकर लोगों ने काफी उत्साह दिखा। दिन निकलने के साथ ही लोगों ने कोटड़ी नहर के पास स्थित नाग नागिन मंदिर आकर नाग देवता को दूध चढ़ाया और परिवार के लिए रक्षा की कामना की। इसके बाद दूध को पूरे घर में छिड़का गया।
नाग नागिन मंदिर के पुजारी पंडित मुकट शर्मा ने बताया कि नाग पंचमी पर्व पर नाग देवता की पूजा करने से विशेष धार्मिक लाभ मिलता है। इसके साथ ही जिन लोगों की कुंडली में कालसर्प दोष योग होता है। उसका निवारण भी नाग पंचमी के दिन ही किया जाता है। मंदिर में बड़ी संख्या में लोगों ने कालसर्प दोष निवारण की पूजा की। इसके साथ ही श्रद्धालुओं ने अन्य धार्मिक रस्मों को निभाकर परिवार के लिए मंगल कामना की।
पंडित मुकट शर्मा ने बताया कि मंदिर में शाम को महाकाल का नाग नागिन के रूप में विशेष श्रृगार किया गया। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भगवान के दर्शन कर अपने लिए आशीर्वाद मांगा।
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